आज टीम इंडिया के विस्फ़ोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का जन्मदिन है.
भले ही वो आज टीम का हिस्सा न हों, लेकिन कुछ समय पहले तक उनका बल्ला टीम
इंडिया के स्कोर बोर्ड को बढ़ाने का काम करता आया है. जब उनका बल्ला चलता
था तो विपक्षी गेंदबाज भी असमंजस में पड़ जाते थे कि आखिर गेंद कहां डालें.
मध्य क्रम से करियर शुरू करने वाले सहवाग बाद में ओपनर बन गए और अपनी
शानदार बल्लेबाजी से क्रिकेट की दुनिया में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए.
वीरेंद्र सहवाग ने सिर्फ़ बल्लेबाजी में ही कमाल नहीं किया, वह
गेंदबाज़ी में भी उपयोगी साबित हुए. वह टीम इंडिया के बेहतरीन पार्ट टाइम
गेंदबाज़ थे. उन्होंने टेस्ट में 40 और वनडे में 96 विकेट झटके थे.
पाकिस्तान के खिलाफ़ मुल्तान टेस्ट में तिहरा शतक जमाने वाले सहवाग ने इसी
टेस्ट में 5 विकेट भी झटके थे.
वीरेंद्र सहवाग ने 2011 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के शुरुआती 5 मैचों
में पारी की शुरुआत चौके से की और वह भी पहली ही गेंद पर. उन्होंने शैफुल
इस्लाम, जेम्स एंडरसन, बॉयड रॉक्सिन, मुदस्सर बुखारी और डेल स्टेन की
गेंदों पर चौका लगाया था.
अप्रैल, 2009 में वीरेंद्र सहवाग को 2008 में उनके ज़ोरदार प्रदर्शन के
कारण 'विज़्डन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड' चुना गया. उन्होंने 104 टेस्ट
मैचों के अलावा 251 वनडे मैच खेले हैं.
वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड सहवाग के नाम दर्ज़
है. उन्होंने 8 दिसंबर, 2011 को इंदौर में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ 219 रनों
की पारी खेली थी. उन्होंने सचिन तेंदुलकर का नाबाद 200 रनों का रिकॉर्ड
तोड़ा था.
वीरेंद्र सहवाग वनडे के अलावा टेस्ट क्रिकेट में भी आतिशी बल्लेबाज़ी
करने के लिए जाने जाते थे. उनके नाम टेस्ट में सबसे तेज़ 250 और 300 रन
बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. 250 रन के लिए उन्होंने सिर्फ़ 207 गेंदें
खेली, जबकि 300 के लिए 278 गेंदों का सामना किया था.
अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग के नाम एक
दिन में सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाने का भारतीय रिकॉर्ड दर्ज है. उन्होंने
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ चेन्नई टेस्ट में एक ही दिन में 257 रनों की
पारी खेली. बाद में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ़ एक ही दिन में 284 रन
बनाए.
वीरेंद्र सहवाग ने अप्रैल 2004 में आरती अहलावत से शादी की थी. सहवाग और आरती के 2 बच्चे (आर्यवीर और वेदांत) हैं.
टेस्ट क्रिकेट में वीरेंद्र सहवाग दुनिया के चौथे और भारत के एकमात्र
बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने दो बार तिहरा शतक लगाने का कारनामा किया है. उनके
अलावा यह मुकाम सिर्फ़ सर डॉन ब्रेडमैन (ऑस्ट्रेलिया), ब्रायन लारा
(वेस्टइंडीज) और क्रिस गेल (वेस्टइंडीज) बना सके हैं.
वीरेंद्र सहवाग के नाम 2013 से पहले सबसे तेज़ वनडे शतक बनाने का
रिकॉर्ड दर्ज था. सहवाग ने 2009 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ सिर्फ़ 60
गेंदों में शतक लगाने का कारनामा किया था. विराट कोहली ने 2013 में
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ 52 गेंदों में शतक लगा कर यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था.
वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट में 22 शतक लगाए हैं, जबकि वनडे क्रिकेट में
उनके बल्ले से 15 बार शतक निकले. हालांकि वह टी-20 मैच में शतक नहीं लगा
सके. लेकिन आईपीएल में उन्होंने शतक लगाने का कारनामा ज़रूर किया है.